हालांकि, पृथ्वी पर 97% पानी खारा है या पीने योग्य नहीं है. अन्य 2% पानी बर्फ की चोटियों और ग्लेशियरों में बंद है, जिसका अर्थ है कि हमारी सभी जरूरतों के लिए केवल 1% पानी ही उपलब्ध है.
पानी पृथ्वी पर एकमात्र ऐसा पदार्थ है जो प्राकृतिक रूप से तीनों अवस्थाओं तरल, ठोस और गैस में पाया जाता है.
जमने पर पानी का आकार 9% तक बढ़ जाता है. इसी कारण सर्दियों में बर्फीले इलाकों में पानी के पाइप फट जाते हैं.
नासा ने चंद्रमा पर पानी की खोज की. हालांकि, यह केवल बर्फ के रूप में पाया गया था.
क्या आप जानते हैं कि कुछ परिस्थितियों में, गर्म पानी ठंडे पानी की तुलना में और भी तेजी से जम सकता है? इस आकर्षक वैज्ञानिक घटना को पेम्बा प्रभाव (Mpemba effect) कहा जाता है.
इंसान बिना पानी के बस एक हफ्ते ही जी सकता है. वहीं, अंटार्कटिका में पृथ्वी का 90% ताजा पानी मौजूद है.
मानव शरीर में 1 प्रतिशत जल की कमी होने पर प्यास लगती है और 08 प्रतिशत से ज्यादा की कमी होने पर उसकी मृत्यु हो सकती है.
मानव शरीर में 1 प्रतिशत जल की कमी होने पर प्यास लगती है और 08 प्रतिशत से ज्यादा की कमी होने पर उसकी मृत्यु हो सकती है.