वो भी एक जमाना थाएक समय था जब इस धरती पर डायनासोर और मैमथ जैसे विशालकाय और खतरनाक जानवर रहा करते थे
मिलते रहते हैं जीवाश्म
हालांकि अब ऐसे जानवर इस धरती पर नहीं हैं, पर उनके या अन्य रहस्यमय जीवों के जीवाश्म अक्सर जगह-जगह से मिलते रहते हैं
वैज्ञानिकों ने की खोज
इस बीच यूके के जुरासिक तट पर बेहद नुकीले दांतों वाले एक विशालकाय 'समुद्री राक्षस' की खोपड़ी मिली है
अद्भुत है ये खोज
रिपोर्ट्स से पता चलता है कि दो मीटर लंबा जीवाश्म अब तक खोजे गए अपनी तरह के सबसे पूर्ण जीवाश्मों में से एक है
किसका है ये जीवाश्म ?ये विशालकाय 'समुद्री राक्षस' का जीवाश्म असल में एक प्लियोसॉर का जीवाश्म है, जो 15 करोड़ साल पहले महासागरों में घूमने वाले प्राचीन शिकारी थे
130 दांतों वाला शिकारी
वैज्ञानिकों का कहना है कि जानवर की खोपड़ी में 130 रेजरनुमा नुकीले दांत हैं, जिसकी वजह से इस जानवर को 'किलिंग मशीन' कहा जा रहा है
कब रहते थे धरती पर?
ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के डॉ. आंद्रे रोवे ने बताया कि प्लियोसॉर डायनासोर की ही एक प्रजाति है, जो करोड़ों साल पहले क्रेटेशियस अवधि के दौरान रहते थे